बैंगन करी रेसिपी (Brinjal Curry Recipe)

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बैंगन करी बनाने में बहुत ही कम समय लगता है और झटपट बनने के साथ ही टेस्टी भी लगती है। इसे आप रोटी,पराठा, नान चावल किसी भी चीज के साथ खा सकते है। इसमे मसाला भी कम यूज़ होता है इसलिए ये सब्जी हेल्थफुल है। चलिए आज बैंगन की करी वाली सब्जी बनाना सीखते है।
समय:-20 मिनट
सदस्य:-5 लोगो के लिए
सामग्री(Ingredients):-
बैंगन-1बड़े आकार का
आलू-2मध्यम आकार का
प्याज-1बड़े आकार का
टमाटर-1बड़े आकार का
हरी मिर्च-3 पीस
अदरक-1/2इंच
लहसुन-8 कली
जीरा-1/2छोटा चम्मच
काली मिर्च-1/2छोटा चम्मच
पंचफोरण-1/2छोटा चम्मच
हल्दी-1/2छोटा चम्मच
तेल-2 -3छोटा चम्मच
नमक-स्वादानुसार
विधि (How To Make Brinjal Curry Recipe):-
बैंगन और टमाटर को धो कर छोटे छोटे टुकड़ो में काट ले ।
आलू और प्याज को छिलकर धो ले और छोटे छोटे टुकड़ो में काट ले।
लहसुन,अदरख़,काली मिर्च,हरी मिर्च,जीरा  और थोड़ा पानी  डालकर मिक्सर में महीन पेस्ट बना ले।
गैस पर कुकर गर्म करे और तेल डाले।
तेल के गर्म होने पर पंचफोरण डाले और पंचफोरण के फूटने पर आलू डालकर 3 मिनट भुने।
अब प्याज को डालकर 4 मिनट भुने।
इसमे प्याज के लाल होने पर टमाटर ,पिसे मसाले ,हल्दी,नमक डालकर भुने।
मसाले के भून जाने पर बैंगन और 1/2कप पानी डालकर कुकर बंद कर दे।
2 सिटी लगाकर गैस बंद कर दे।
कुकर के प्रेशर निकलने पर कुकर को चम्मच से अच्छी तरह चला दे ताकि सारे बैंगन  मसाले की तरह मिक्स हो जाये।
आपकी सब्जी तैयार है।
अगर आपके पास मसाले सूखे पाउडर के रूप में है तो इन मसालों के जगह पर उसका इस्तेमाल कर सकते है।
हरी मिर्च को बारीक़ काट कर और लहसुन को छिलकर हल्का चूर दे।
अदरक को बारीक़ काट कर इस्तेमाल कर सकते है।

हरी चटनी (Green Chutney Recipe)

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धनिया पत्ता सर्दियों में मिलने वाला herb है, जो स्वाद के साथ साथ औषधीय गुण भी रखता है। धनिया में आयरन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जिसके कारण इसका कुछ दिनों तक लगातार सेवन करने से एनीमिया जैसी बीमारियां दूर हो जाती है। धनिया पत्ता को फेस पैक के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते है। ये Antiseptic और Antioxidant होने के कारण त्वचा संबंधी समस्याओ जैसे ब्लैकहेड्स, कील मुँहासे, पिम्पल्स से दूर रखता है। इसका जूस के रूप में सेवन करने से मोटापा भी दूर होता है। साथ ही ये भारतीय भोजनों में एक विशेष स्वाद के लिये भी जाना जाता है। हरी चटनी को सब्जी, पुलाव, पराठा, चीला के साथ खाने पर खाना का स्वाद बढ़ाया जाता है। चलिये इस गुणकारी धनिया पत्ते से Hari Chatni बनाना सीखते है।

बनाने का समय- 5 मिनट

सामग्री (Ingredients):-
धनिया पत्ता-1/2 मुट्टी
टमाटर- 1 छोटे आकार का
अदरक- 1/2 इंच
लहसुन-4 कली
हरी मिर्च- 2 पीस
तेल-1/2 छोटा चम्मच
नमक- स्वादानुसार

विधि(How To Make Green Chutney Recipe):-

धनिया पत्ता को जड़ से अलग कर पानी से धोले।
लहसुन और अदरक को छीलकर पानी से धोले।
हरी मिर्च के ढ़ठल को तोड़कर पानी से धोले।
और टमाटर को धोकर मोटा काट ले।
अब सभी को तेल, नमक, लहसुन, अदरक, हरी मिर्च, धनिया पत्ता और टमाटर को मिक्सर में डालकर पीस ले।
अगर चटनी नहीं पिसा रहा हो तो थोडा सा पानी डालकर महीन पीस ले।
अब आप इस चटनी को किसी भी पराठे ,सनेक्स के साथ खा सकते है।

गर्भावस्था में क्या नहीं खाना चाहिये (Foods to Avoid When You're Pregnant)

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गर्भावस्था में क्या नहीं खाना चाहिये
What not to eat in Pregnancy

हर एक महिला शादी के बाद एक सुन्दर और स्वस्थ बच्चे की माँ बनने का स्वप्न देखती है। माँ बनना एक औरत का सबसे सुखद और आनन्दायक पल होता है, जिसे वो जीवनभर भूलती नहीं है। इस आनंद का अनुभव केवल एक गर्भवती महिला ही कर सकती है। पर जब वो गर्भवती होती है तो उन्हें ये नहीं पता होता है कि क्या खाना चाहिये और क्या नहीं खाना चाहिए। इस कारण कभी कभी गर्भपात भी हो जाता है और उन्हें उसके कारणो का पता भी नहीं चल पाता है। इस दुखद घटना को रोकने के लिए कुछ सुझाव दिये जा रहे है, जिसे अपना कर एक गर्भवती महिला माँ का सुख प्राप्त कर सकती है।

गर्भावस्था में महिलाओं को क्या नहीं खाना चाहिए इन बातो का विशेष ध्यान रखे:


  • कुछ समुंद्री भोजन (Seafood) ऐसे है जिसे गर्भावस्था में नहीं खाना चाहिए, क्योंकि उसमें पारा की मात्रा अधिक होती है। जो गर्भ में पल रहे बच्चे के दिमाग को नुकसान पंहुचा सकता है। जैसे: - सालमोन, केकड़ा, शार्क
  • इस दौरान कच्चे खाद्य पदार्थ (Raw Food) खाने से बचे। जितना हो सके पुरे पके हुए फल तथा सब्जियों को अच्छी तरह पका कर खाये। बैक्टीरिया और वायरस से संक्रमित भोजन से बच्चे को हानि पहुँच सकता है।
  • इस दौरान ऐसे डेयरी प्रोडक्ट को नहीं खाना चाहिए जिस पर पाश्चरीकरण की प्रकिया को सही तरीके से न की गई हो। जैसे: - मोजरेला चीज, गोट चीज
  • इस अवस्था में आधा कच्चा - पका अंडा, मीट और चिकन को सलाद के रूप में लेने से बचे। अंकुरित खाद्य पदार्थ, बंदगोभी और लेट्स के पत्ते को भी अच्छी तरह धोकर खाये। कोशिश करे कि सलाद को भी हल्का फ्राई कर के ही खाये।
  • अल्कोहलयुक्त नशीले पेय पदार्थ आपके साथ - साथ गर्भ में पल रहे बच्चे को भी नुकसान पंहुचा सकता है।
  • आप चाय का सेवन तो जरूर कर रही होंगी। पर शायद आपको ये पता नही होगा कि इसमें कैफीन नामक नशीला पदार्थ होता है जो की बच्चे के लिये हानिकारक होता है। जितना हो सके चाय, कॉफी का सेवन कम करें।
  • कुछ फल ऐसे भी है, जिन्हें गर्भावस्था में नहीं खाया जाता है। जैसे: - पपीता, बेल, अनानास। आयुर्वेद में इन फलों का इस्तेमाल गर्भपात की दवा बनाने में किया जाता है।
  • अधिक तेल, मसाले तथा मिर्च वाले भोजन से बचना चाहिये। क्योंकि ये पेट में जाकर एसिडिटी, गैस बना सकता है, जिससे गर्भवती महिला को समस्या हो सकती है।
  • कब्ज करने वाली खाद्य पदार्थ जैसे मैदा, ब्रेड से बनी भोज्य पदार्थ का सेवन न करें।
  • पहले तीन महीने (First Tirmester) में तिल का प्रयोग अपने खाने में न करें, क्योंकि पुराने समय में इसके तेल का प्रयोग गर्भपात के लिए किया जाता था। दूसरे ड्राई फ्रूट्स को भी पानी में भिगोकर 5 से 8 पीस तक ही खाये। जैसे: - बादाम, पिस्ता, अखरोट, किसमिस

बंगाली चना दाल रेसिपी (Meetha Chana Dal Recipe)

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Chana Dal तो आपने बनाकर बहुत बार खाये होंगे कभी Chana Daal Tadka, Chana Dal Fry तो कभी Chane Dal ka Halwa. कभी आपने चने की दाल को चीनी डालकर मीठा स्वाद बनाकर खाया है? मीठा स्वाद सुनते ही दिमाग में एक ही बात आती है कि दाल और मीठी! निश्चित ही अच्छी नहीं लगेगी। पर यकीन मानिये हल्की मीठे स्वाद के कारण ही ये दाल खाने में ज्यादा स्वादिस्ट लगती है। इस रेसिपी को Bangali Cholar Dal recipe के नाम से भी बंगाल में जाना जाता है। इसको बंनाने में बहुत ही कम समय लगता है। इस डिश को बंगाल में पूरी या लुची के साथ खाया जाता है। पर आप पराठा, नान, तंदूरी रोटी या साधारण रोटी के साथ भी खायेंगे तो भी ये दाल बहुत ही टेस्टी लगेगा। इस रेसिपी में आप अपने स्वाद के अनुसार घी कम या ज्यादा कर सकते है।
चलिये आज मै आपको चने की मीठी दाल बनाना बताती हूँ । View More Recipes
समय :-25 मिनट
सदस्य-3-4 लोगों के लिये
सामग्री(Ingredients):-
चना दाल -1/2 कप
नारियल-1/4 कप(कद्दूकस किया हुआ)
घी-2 छोटे चम्मच
किसमिस- 15 पीस लगभग
जीरा-1 छोटा चम्मच
हल्दी-1/2 छोटा चम्मच
लॉन्ग-2 पीस
दालचीनी- 2 इंच
चीनी-1 छोटा चम्मच
तेजपत्ता-1 पीस
इलाइची- 3 पीस
गरम मसाला-1/2 छोटा चम्मच
सुखी लाल मिर्च-2 पीस
नमक- स्वादानुसार
विधि(How to make Cholar Dal):-
चना दाल को धोले और कुकर में चना दाल, नमक और हल्दी भी डाल दे।
साथ ही चना दाल को अच्छी तरह डूबा कर पानी डाल दे।
अब गैस पर कुकर को चढ़ाकर धीमी आच पर छोड़ दे।
कुकर के 4 से 5 सिटी मारने पर गैस बंद कर दे।
कुकर के प्रेसर निकलने पर दाल को हल्का मैश कर ले।
दाल में तड़का लगा के लिए एक कड़ाही को गैस पर गर्म करें।
कड़ाही मे घी डाल दे।
अब घी में जीरा डाले और गैस की आंच कम कर दे ।
जीरा के फूटने पर सुखी लाल मिर्च को दो टुकड़ा कर के डाले, साथ ही दालचीनी, लौंग, तेजपत्ता, इलाइची (हल्का crush करके) डाल दे।
अब इसमें नारियल, किसमिस डाल कर आधा मिनट भुने।
अब इसे कुकर में डाल दे और साथ ही चीनी और गर्म मसाला भी डालकर कुकर को 2 मिनट के लिए तेज आंच पर चढ़ा दे।
दाल गाढ़ी है तो पानी डालकर अपने इच्छानुसार पतली कर ले।
उसके बाद कुकर के हल्का प्रेशर बनाते ही गैस बंद कर दे।
आपकी चने की मीठी दाल तैयार है।
परोसते समय थोड़ी सी घी ऊपर से डाल दे, जिससे दाल का स्वाद और बढ़ जायेगा।
★इस रेसिपी में नारियल आप सुखा या फ्रेश दोनों इस्तेमाल कर सकते है।
★फ्रेश नारियल को थोडा ज्यादा (1 मिनट) फ्राई करना होगा।
★इस रेसिपी में आप काजू, बादाम भी डाल कर सकते है,लेकिन फ्राई करके ही डाले।

घी बनाने की विधि (Pure Cow Ghee) Clarified Butter

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Ghee का इस्तेमाल सदियों से खाने में होता आया है और घी अपने में एक विशेष सामग्री है जो पकवानो को विशेष स्वाद प्रदान करने में अपना योगदान देती आई है। राजा महराजाओं के खानसामे घी में ही खाना बनाया करते थे, जो लोगों के पेट को अपनी खुशबू से ही भर दिया करते थे। Ghee की जरुरत हर घर में होती ही है। खासकर मीठे पकवान, मिठाईयों में तो जरुरी होती है। घी डालते ही मिठाइयों के स्वाद ही बढ़ जाते है। कुछ नमकीन डिश भी ऐसे है जिसमें घी डालते ही उस डिश का स्वाद चारगुणा बढ़ जाता है।  घी बनाने के लिये आपको दूध के मलाई की जरुरत होगी। जब आप  घर में दूध को ख़ौलाते होंगे तब आप देखते होंगे कि दूध के ठंडा होने  दूध के उपर पतली परत जैसी मलाई जम जाती है। इन्हीं मलाई को जमा करके घी निकाल जाता है। मार्किट में तो घी मिलते है पर उनके शुद्ध होने की गारंटी नहीं होती, उसमे थोडा या ज्यादा मिलावट होती ही है। चलिये आज घर में ही Pure Ghee बनाना सीखते है।

सामग्री(ingredients):-
दूध की मलाई
थोड़ी सी दही या जामन

विधि(how to make ghee from milk):-
आपको घर में ही घी बनाने के लिये 1 सप्ताह दूध में से मलाई निकालकर फ्रीज़ में रखना होगा।
मलाई निकालने के लिये दूध को ख़ौला कर ठंडा कर के फ्रीज़ में रख दीजिये।
फ्रीज में 3 से 4 घण्टे रखने पर दूध की मलाई रोटी की तरह मोटी सी जम जायेगी।
अब दूध से मलाई निकाल कर एक कटोरे में जमा कीजिए।
मलाई में थोड़ी सी दही डालकर फ्रीज़ में रख दे।
दूध जितना ज्यादा ख़ौला होगा उतना ही ज्यादा दूध के ऊपर मलाई जमेगा।
ये प्रकिया 7 दिनों तक अपनाना होगा।
7वें दिन मलाई निकालकर फ्रीज़ में न रखे, बाहर ही रहने दे।
2-4 घंटे बाहर रहने पर मलाई का ठंडापन कम हो जायेगा ।
अब मिक्सर में 1 कप पानी और मलाई डालकर 2 मिनट चलाइये, मक्खन ऊपर की ओर निकल जायेगा।
मक्खन छोटे छोटे टुकड़ो में पानी के ऊपर तैरता नजर आएगा, उसे हाथों से पानी से निकालकर एक कड़ाही में जमा कर लीजिये।
मलाई ज्यादा हो तो दो बार में करके मक्खन निकालिये।
अब मक्खन वाले कड़ाही को गैस पर गर्म कीजिए और मध्यम आंच पर रखकर छोड़ दीजिये।
जब पानी सुख जाये और निचे कुछ बैठने लगे तो समझ जाइये की पानी लगभग सुख चूका है।
और उसे थोड़ी थोड़ी देर में चलाते रहे नहीं तो कड़ाही में सिठ्ठी निचे पकड़ लेगी।
थोड़ी देर बाद देखेंगे कि निचे सिठ्ठी सुनहला रंग की हो गई है तो गैस को बंद कर दे।
कुछ समय बाद सिठ्ठी डार्क ब्राउन रंग की हो जायेगी, तो समझ जाइये की घी बनके तैयार हो गया है।
अब घी ठंडा होने पर किसी छन्नी की सहायता से घी को छानकर सिठ्ठी से अलग कर लें।
घी को किसी शीशे के बर्तन में स्टोर करें ताकि घी आपका बहुत दिनों तक फ्रेश बना रहें।

●घी से निकले सिठ्ठी को फेकें नहीं, इसे रोटी में लगाकर खाये ,रोटी टेस्टी  लगेगी।
सिठ्ठी से भी घी निकाल सकते है।
इसके लिये आप थोड़े से ख़ौलते पानी को सिठ्ठी के ऊपर डाल  दीजिये।
ताकि घी पानी के ऊपर तैरने लगे और 15 मिनट बाद जब पानी ठंडा हो जाये तो फ्रिज में रख दे।
2 घंटे बाद जब आप फ्रिज से सिठ्ठी को निकालेंगे तो देखेंगे की घी पानी के ऊपर ठोस रूप में जम गया है।
इसे चम्मच की सहायता से पानी से निकाल कर पुनः कड़ाही में जमा कर गर्म करें।
अब कड़ाही को गैस पर गर्म करें।
और पानी को सुखा ले, अब जो बच गया वो आपका घी है।

सूजी का चीला (Chilla Recipe)

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Suji ka Chilla खाने में बहुत ही टेस्टी और स्पाइसी लगती है, जबकि इसमे कोई मसाले भी नहीं डाले जाते है। सूजी का चीला में आप अपनी पसंद की सब्जी को डालकर बना सकते है। ये छोटे बच्चों के लिये भी healthy or tasty food है, बच्चों के लिये बनाते समय मिर्च न डाले। मैं अपने बेटे के लिये ये चीला जब भी बनाती हूँ, बिना ना-नुकूर किये खा लेता है। जबकि वो कोई भी चीज खाना जल्दी पसंद नहीं करता है। ये बच्चों के लिये healthy इसलिए है क्योंकि इसमें बहुत तरह की सब्जियां डाली जाती है और मसाला नहीं। बिना मसालों के भी ये बहुत टेस्टी बनता है। इसमें हम दही भी डालते है जो की पेट के लिये बहुत ही अच्छा माना जाता है। इस रेसिपी में दही थोडा खट्टा इस्तेमाल किया जाता है ताकि चिले में हल्की खट्टास आ जाये। इसमे आप दही के जगह पर Butter milk या मठा का इस्तेमाल कर सकते है। इस रेसिपी में आप सब्जियों में पत्तागोभी, ब्रोकली, बीन्स, बीट्स, फूलगोभी इत्यादि का प्रयोग कर सकते है, पर इस बात का ध्यान रखे की सब्जियां बारीक़ कटी हो, नहीं तो चीला बनाने पर सब्जी पैन में निकल जायेगी। चलिए Breakfast में आज सूजी का चीला बनाते है।

बनाने का समय-25 मिनट
सदस्य- 4 लोगों के लिये

सामग्री(ingredients):-
सूजी-1 कप
गेहूँ का आटा-1/2 कप
दही -2 बड़े चम्मच(खट्टा होना चाहिए)
शिमला मिर्च-1/4 कप(बारीक़ कटा हुआ)
मटर-1/4 कप(दरदरा पिसा हुआ)
गाजर- 1/4 कप (कदूकस किया हुआ)
प्याज-1/4 कप (बारीक़ कटा हुआ)
धनिया पत्ता-1/2 कप(बारीक़ कटा हुआ)
जीरा पॉउडर-1 छोटा चम्मच
हरी मिर्च- 2 पीस( बारीक़ कटा हुआ)
नमक- स्वादानुसार
तेल- चीला सेकने के लिये

विधि-
सूजी, आटा और दही को मिला ले और उसमें पानी मिलाकर हल्का गाढ़ा घोल बना ले।
फिर इस घोल को 15 मिनट के लिये ढक कर छोड़ दे।
अब घोल में नमक, जीरा पॉउडर, शिमला मिर्च, गाजर, धनिया पत्ता, हरी मिर्च, मटर, प्याज सभी को मिला ले और घोल को देखे की ज्यादा गाढ़ी लग रही हो तो पानी मिला कर पैन पर फैलाने लायक बना ले।
अब गैस पर नॉनस्टिक पैन को गर्म करे और आधा चम्मच तेल डालकर पूरे पैन में फैला दे।
अब पैन को मध्यम आंच पर कर दे और एक बड़े चम्मच की सहायता से घोल को डाले और धीरे धीरे रोटी से थोडा मोटा गोलाकर फैला ले।
अब एक ढक्कन से ढक कर 1मिनट छोड़ दे फिर उस चिले के ऊपर थोडा तेल डालकर पलट दे।
दोनों तरफ से चीले को हल्का सुनहला करते हुए सेक ले।
इसी तरह सभी चिले को बना ले।
आपका स्वादिस्ट और टेस्टी चीला तैयार है।
इसे आप हरी चटनी, टोमैटो सॉस किसी भी चीज के साथ खा सकते है।

★अगर आपके पास इनमे से कोई सब्जी नहीं है तो भी कोई बात नहीं, उस सब्जी के बिना भी चीला बनाने पर टेस्टी ही बनेगी।

धनिया की चटनी (Coriander Leaves Chutney)

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धनिया की चटनी आपने पहले भी बनाकर खाई होगी पर जो Dhaniya Ki Chutney मैं बताने जा रही हूँ ,उसे बनाकर खाइये फिर आपको पता चलेगा की धनिया की चटनी भी इतनी टेस्टी और चटपटी हो सकती है। इस चटनी में अपने अनुसार तीखा कम और ज्यादा कर सकते है । अदरक आप नहीं डालना चाहते है, तो उसे छोड़ सकते है। जितनी देर में आप धनिया की हरी चटनी बनाते है, बस उससे 2 या 3 मिनट ही ज्यादा बनाने में समय लगेगा। सामग्री भी लगभग वही है जो hari chatni में डाली जाती है, बस इसे फ्राई करना है। अगर आपने एक बार इस चटनी को बनाकर अपने परिवार को खिलाया तो बार बार इसी चटनी की  डिमांड करेंगे। तो चलिये आज Dhaniya ki chatni बनाना सिखाते है।

सामग्री(Ingredients):-
धनिया पत्ता -1 मुठ्ठी
टमाटर- 2 छोटे आकार का
प्याज -1 छोटा आकार का
लहसुन-4 कली
अदरक-1/4 इंच
हरी मिर्च-3 पीस
जीरा -1/2 छोटा चम्मच
तेल-1 छोटा चम्मच
नमक- स्वादानुसार
विधि:-
धनिया पत्ता को जड़ से अलग कर पानी से धोले।
टमाटर ,प्याज, लहसुन, अदरक, हरी मिर्च को अच्छी तरह धो ले।
टमाटर, प्याज, अदरक, हरी मिर्च और धनिया पत्ता को छोटे छोटे टुकड़ों में काट ले।
गैस पर एक कड़ाही को गर्म कर तेल डाले।
तेल के गर्म होने पर जीरा डाले ।
जीरा के फूटने पर लहसुन डाले और लहसुन के हल्का लाल होने पर प्याज और अदरक डालकर भूने।
प्याज हल्का सुनहला रंग का हो जाये तब उसमे नमक, हरी मिर्च और टमाटर डालकर भुने।
टमाटर हल्का मैश होने लगे तो धनिया पत्ता डाले और सभी को चलाकर गैस बंद कर दे।
चटनी को थोडा ठंडा होने दे उसके बाद मिक्सर में डालकर महीन पेस्ट बना लें।
ये चटनी गाढ़ी ही रहती है इसलिए पानी नही पीसाने पर ही डाले।
आपकी चटपटी तीखी चटनी तैयार है।
इसे आप किसी भी पराठे ,चीला, पकौड़ी के साथ खा सकते है।
★चटनी बनाते समय ध्यान रखे की धनिया पत्ती को पकाना नहीं है।बस सबको मिलाकर गैस बंद करना है।
★अगर धनिया की पत्ती को आपने किसी और सब्जी में डाल दिया और केवल ढठंल ही बचा है तो उसको भी डालकर चटनी बना सकते है।

 
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